मध्य प्रदेश से बड़ी खबर सिंधिया नाराज थे, क्योंकि...एफआईआर करने में अशोकनगर एसपी ने छह दिन लगा दिए थे
मध्य प्रदेश से बड़ी खबर सिंधिया नाराज थे, क्योंकि...एफआईआर करने में अशोकनगर एसपी ने छह दिन लगा दिए थ
भोपाल/अशाेकनगर .बेटे को फर्जी जाति प्रमाण-पत्र के जरिए ओबीसी आरक्षण दिलाने के आरोप में गुना-शिवपुरी से भाजपा सांसद केपी यादव मुश्किल में पड़ गए हैं। उनके व बेटे सार्थक के खिलाफ रविवार देर रात 1 बजे मुंगावली कोतवाली पुलिस ने धोखाधड़ी की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली। हालांकि केस दर्ज करने में हुई देरी का खामियाजा अशोकनगर एसपी पंकज कुमावत को भुगतना पड़ा। उन्हें सोमवार शाम अशोकनगर से हटाकर भोपाल पुलिस मुख्यालय में एआईजी के रूप में पदस्थ कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि बीते लोकसभा चुनाव में दिग्गज कांग्रेसी ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराकर केपी यादव सुर्खियों में आए थे। माना जा रहा है कि एफआईआर में देरी होने से सिंधिया नाराज थे। उन्होंने रविवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ से इस बारे में चर्चा भी की थी।इसके बाद ही यादव व उनके बेटे पर एफआईआर दर्ज की गई और फिर एसपी की रवानगी भी कर दी गई।
यादव की तलाश, भाजपा आई बचाव में
फिलहाल केस दर्ज हाेने के बाद पुलिस यादव काे तलाश रही है। दूसरी अाेर, एफअार्इअार से नाराज भाजपा नेताअाें ने राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन तैयार किया है, जिसमें यादव पर दर्ज केस रद्द कराने की मांग की गर्इ है। इसमें अाराेप लगाया गया है कि पूर्व सांसद सिंधिया के दबाव में यादव पर एफअार्इअार की गर्इ है।
टीआई खुद बने फरियादी
सूत्रों के मुताबिक एसडीएम ऑफिस ने छह दिन पहले केपी यादव का प्रमाण-पत्र निरस्त कर दिया था, लेकिन उन पर मामला अब तक दर्ज नहीं किया गया था। एसपी कुमावत ने अतिरिक्त महाधिवक्ता से कानूनी राय मांगी थी, जिसमें इतने दिन बीत गए। सिंधिया की नाराजगी और आलाकमान से निर्देश मिलने के बाद पुलिस ने आनन-फानन में केस दर्ज किया। प्रकरण में कोतवाली टीआई खुद फरियादी बन गए।
यह है मामला
यादव पर अाराेप है कि उन्हाेंने बेटे काे 2014 में पिछड़ा वर्ग आरक्षण का लाभ दिलाने अपनी आय क्रीमीलेयर 8 लाख रु. से कम बताई थी। जबकि लोक सभा चुनाव में सांसद ने अपनी आय 39 लाख रुपए बताई थी। दोनों आय में अंतर था। इसकी शिकायत मुंगावली विधायक बृजेंद्र सिंह ने नवंबर में एसडीएम अाॅफिस में की थी।
इन धाराअाें में केस दर्ज
सांसद अाैर उनके बेटे के खिलाफ धारा 420, 120बी, 181, 182 में प्रकरण दर्ज किया गया है।