सिटी सेंटर में भाजपा के एक पूर्व मंत्री के नजदीकी राजू कुकरेजा की चार मंजिला इमारत ध्वस्तएंटी माफिया अभियान के तहत प्रशासन ने मंगलवार को अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए सिटी सेंटर में बनी विशालकाय ला
एंटी माफिया अभियान के तहत प्रशासन ने मंगलवार को अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए सिटी सेंटर में बनी विशालकाय ला सफायर इमारत को गिरा दिया। भाजपा शासनकाल के एक मंत्री के नजदीकी कहे जाने वाले राजकुमार(राजू) कुकरेजा के साथ ही इस भवन के पार्टनरों में उनकी प|ी सोनिया कुकरेजा सहित कारोबारी ललित नागपाल, वंदना नागपाल और कुशाग्र नागपाल के नाम शामिल है। इन दिनों इमारत में फिनिशिंग का काम चल रहा था। 672 वर्गमीटर क्षेत्र में बनाई गई इस चार मंजिला इमारत की लागत 5 करोड़ बताई गई है। दोपहर बाद इस नवनिर्मित इमारत को गिराने का काम शुरू हुआ। भारी पुलिस बल के साथ कार्रवाई देर रात तक चलती रही। ढाई माह पहले ही नगर निगम ने इस इमारत की निर्माण मंजूरी को निरस्त कर दिया था। इसको लेकर निर्माणकर्ता न्यायालय भी गए थे, लेकिन वहां से भी राहत नहीं मिल पाई। -पेज 2 भी पढ़ें
सहारा अस्पताल के बाद प्रशासन की दूसरी बड़ी कार्रवाई
दोपहर 3:20 बजे
दोपहर 3.20 बजे शुरू की गई कार्रवाई को रात 11.30 बजे उस समय बंद कर दिया गया जब इमारत आगे की ओर झुक गई।
672 वर्गमीटर क्षेत्र में बनी थी ला सफायर की इमारत
10 जून 2014 को टीएंडसीपी ने स्वीकृति को निरस्त किया
1 सितंबर 2019 को निगम ने अपनी परमिशन निरस्त की
सफायर का सफाया
रात 11:30 बजे
6 थ्रीडी और 2 पोकलेन मशीन, 10 डंपर की मदद से कार्रवाई
8 घंटे चली कार्रवाई के बाद आगे की ओर झुक गई इमारत
कार्रवाई के बदले 5 लाख रुपए का नोटिस देगा निगम
सीएम के साथ हुई अफसरों की बैठक में आया था नाम
पिछले दिनों भोपाल में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली थी। इसमें ग्वालियर में भू-माफिया के रूप में राजकुमार कुकरेजा का नाम सामने आया था। तभी से सबकी निगाहें सिटी सेंटर की इमारत के साथ रॉक्सी टॉकीज के पास निर्माणाधीन एक इमारत और अन्य जमीनों पर लगी थी।
सिटी सेंटर क्षेत्र में एक और नोटिस
एंटी माफिया अभियान के तहत सिटी सेंटर क्षेत्र में नगर निगम ने एक और नोटिस जारी किया है। मुख्य मार्ग के किनारे स्थित इस इमारत को तोड़ने के लिए छह घंटे का नोटिस जारी किया गया है। बुधवार को इस इमारत के खिलाफ कार्रवाई की संभावना बताई जा रही है। हालांकि पूर्व में निगम द्वारा तैयार की गई 76 नामों की सूची के बाद 21 लोगांे को नोटिस जारी किए गए थे। लेकिन कार्रवाई को लेकर मंत्री, विधायक व अधिकारियों द्वारा उठाए गए सवालों के बाद अब प्रशासन ने कार्रवाई का तरीका बदला है। फूलबाग रोड स्थित होटल क्लार्कइन को भी नगर निगम ने नोटिस जारी कर दिया है।