अररिया. दो नेपाली नागरिकों को बंधक बना कर मारपीट कर सूचना पर बुधवार की देर शाम बेला पंचायत के वार्ड 8 पहुंची बसमतिया ओपी पुलिस को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया।सूचना पर ओपी के सअनि नरेंद्र तिवारी व कौशल कुमार दलबल के साथ बेला पहुंची थी। इस दौरान नेपाली नागरिकों के चिखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोस के नरेश यादव पहुंचे तो आरोपियों ने उस पर भी दबिया और रॉड के सिर पर हमला कर जख्मी कर दिया।
बचाने दौड़ी उसकी पत्नी रंजन देवी की भी पिटाई कर दी। जब घटना की सूचना पर बसमतिया ओपी अध्यक्ष परितोष कुमार दास वहां पहुंचे तो आरोपी एवं उनके सहयोगियों ने एसएचओ की गश्ती जीप के टायर में कांटी घोंपकर हवा निकाल दी। किसी तरह एसएचओ ने इस बात की जानकारी फारबिसगंज के डीएसपी मनोज कुमार एवं अन्य अधिकारियों को दी। घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी के नेतृत्व में फुलकाहा थानाध्यक्ष हरेश तिवारी व घूरना थानाध्यक्ष पवन कुमार पासवान बेला एसएसबी कैंप के जवानों के साथ बेला के वार्ड 8 पहुंचे। हालांकि केवल यादव हवाई फायरिंग करते हुए अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। बाद में डीएसपी ने पुलिस और नेपाली नागरिकों को बंधन से मुक्त कराया।
पुलिस अभिरक्षा में लिए गए नेपाली नागरिक, बयान अलग
पुलिस ने दोनों नेपाली नागरिक को अभिरक्षा में ले लिया। डीएसपी का कहना है कि कोर्ट में बयान कराने के लिए दोनों को रखा गया है। मुक्त कराए गए नेपाली नागरिकों में मोरंग जिला गछिया थाना सुंदरपुर हरैया के दुर्गा बजगई के पुत्र राजू बजगई एवं सुनसरी जिले के ईटहरी निवासी रामबहादुर मगर के पुत्र सूजन मगर शामिल हैं। दोनों ने पुलिस को अलग-अगल बयान दिया है। सूजन ने बताया कि उसे केवल यादव ने बाइक खरीदने के लिए बुलाया था। जबकि राजू बजगई ने कहा कि उसे बंधक बनाकर 10 लाख रुपये की मांग उसके परिजनों से एसएसबी का अधिकारी बनकर मोबाइल के जरिये की जा रही थी।
पूर्व से वांछित रहा है केवल यादव
बसमतिया ओपी अध्यक्ष परितोष कुमार दास ने भी बताया कि बेला में नशीली दवा का बड़ा कारोबार होने की सूचना मिली थी। जिसमें केवल यादव की अहम भूमिका की जानकारी मिली। इससे पूर्व केवल यादव कई मामलाें में जेल जा चुका है। वर्ष 2004 में नरेश यादव के पिता जगरनाथ यादव की हत्या के मामले में केवल यादव सहित दर्जनभर लोग जेल गए थे। ताजा मामले में नरेश यादव ने केवल यादव सहित आधा दर्जन लोगों को आरोपी बनाया है।
पुलिस ने पांच आरोपियों को किया गिरफ्तार
फारबिसगंज डीएसपी मनोज कुमार ने बताया कि मामले की गहराई से छानबीन की जा रही है। यह जानने का प्रयास हो रहा है कि यह मामला रंगदारी से जुड़ा है या नशीली दवा के कारोबार से। लेकिन बंधक बनाने वाले के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इस दौरान तीन बाइक भी जब्त किया गया है। गिरफ्तार युवकों में मधुबनी जिला के शेखर यादव, सुपौल जिला के करजाईन बाजार निवासी राजकुमार यादव एवं स्थानीय ओमप्रकाश यादव पिता केवल यादव, दिलीप कुमार मेहता, विशेश्वर यादव की गिरफ्तारी की गई है।