तू हर बार दुनिया छोड़ने की बात कहता है, लेकिन मरता क्यों नहीं है उसके बाद पति ने उठाया ये कदम

इंदौर. विष्णुपुरी में रहने वाले बैंक फाइनेंसर जसमीत होरा की आत्महत्या मामले में निष्पक्ष जांच कराने के लिए परिजन और गुरुसिंघ सभा का एक दल सोमवार को डीआईजी रुचिवर्धन मिश्र से मिला। परिजन का आरोप है कि फाइनेंसर ने पत्नी सिमरन की प्रताड़ना से तंग होकर फांसी लगाई। परिजन का आरोप है कि घटना वाले दिन सिमरन ने जसमीत से काफी झगड़ा किया था। कहा था कि तू हर बार दुनिया छोड़ने की बात कहता है, लेकिन मरता क्यों नहीं है इससे जसमीत काफी दुखी हो गया था। इसके बाद ही उसने यह कदम उठाया। जब जसमीत की मौत हो गई तो सिमरन ने अपने भाइयों से बात की और पुलिस बुला ली। पुलिस की सुरक्षा में अपने व ससुराल के जेवर लेकर हरियाणा चली गई। डीआईजी ने सीएसपी को जांच के आदेश दिए हैं।



11 जनवरी को लिंबोदी स्थित पत्नी के डेंटल क्लिनिक में जसमीत होरा ने फांसी लगाकर जान दे दी थी। सभा के प्रधान रिंकू भाटिया ने बताया कि जसमीत काफी सुलझा हुआ और सरल युवक था। वह अपनी पत्नी सिमरन की सरकारी नौकरी लगाने के लिए प्रयासरत था। एमपी में डॉक्टर की एक ही पोस्ट थी, जिसके लिए वह रुपए भी देने को तैयार था। उसने पत्नी के कहने पर एक फ्लैट भी लिया था। फिर भी उसकी पत्नी उसे आए दिन परेशान कर रही थी। इसके कारण वह काफी तनाव में था।