देशभर में शहर की पहचान बन चुकी रंगारंग गेर (  रंगपंचमी पर होली खेलना) इस बार कुछ खास होगी। प्रतिवर्ष की तरह इस साल भी 14 मार्च (रंगपंचमी

इंदौर. देशभर में शहर की पहचान बन चुकी रंगारंग गेर (  रंगपंचमी पर होली खेलना) इस बार कुछ खास होगी। प्रतिवर्ष की तरह इस साल भी 14 मार्च (रंगपंचम) को हजारों किलो गुलाल और रंग-बिरंगे पानी से लाखों लोग होली खेलेंगे। वर्षों पुरानी परंपरा के लाखों लोग साक्षी बनेंगे। साथ ही इसे देखने खासतौर पर इस बार यूनेस्को की टीम राजबाड़ा पर मौजूद होगी। इस बार भी टोरी कॉर्नर रंगपंचमी महोत्सव समिति, रसिया कॉर्नर, संगम कॉर्नर चल समारोह, मॉरल क्लब के अलावा हिंद रक्षक संगठन और माधव फाग यात्रा निकालेगी। इस परंपरागत गेर को लेकर शनिवार काे पुलिस ने नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों के साथ बैठक की।


पुलिस कंट्रोल रूम में एडिशनल एसपी मनीषा पाठक सोनी ने बताया कि रंगपंचमी पर निकलने वाली गेर को लेकर समिति के करीब 150 लोगों के साथ बैठक की गई। इसमें होली, रंगपंचमी समेत आने वाले अन्य त्योहारों में नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों की क्या भूमिका होगी, इस पर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि इस बार यूनेस्को की टीम इसे देखने आ रही है। टीम यहां यह देखेगी कि रंग और संस्कृति का यह त्योहार कितना स्पेशल है।


ये समितियां निकालती हैं गेर



  • संगम कार्नर चल समारोह समिति : संगम कॉर्नर की परंपरागत सद्भावना गेर 64 साल से निकल रही है। इसमें पानी मिसाइल द्वारा 200 फीट ऊपर से बसराया जाता है।

  • टोरी काॅर्नर रंग पंचमी महोत्सव समिति :टोरी कॉर्नर की गेर 73 सालों ने निकल रही है। यात्रा टोरी कार्नर से शुरू होकर राजबाड़ा पहुंचेगी। स्वचलित मिसाइलों से 70 फीट की ऊंचाई तक रंग फेंका जाता है।

  • फाग यात्रा : हिंद रक्षक संगठन द्वारा रंगपंचमी पर राधाकृष्ण फाग यात्रा निकाली जाएगी। 1998 से जारी यह यात्रा धार्मिक स्वरूप में ही निकलेगी। यात्रा में टेसू के फूलों से तैयार 1 हजार किलो सूखे हर्बल रंग का प्रयोग होगा। 

  • माधव फाग यात्रा : माधव फाग यात्रा पिछले 15 सालों से निकाली जा रही है। यह यात्रा जबरन कॉलोनी से प्रारंभ होकर गाड़ी अड्‌डा, जवाहर मार्ग, पंढ़रीनाथ, हरसिद्धी पहुंचेगी